Wednesday, 6 April 2022

एम आर चिश्ती की ग़ज़लें नज्म

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Ghazal

ये सच है दोस्तो! रस्ता बदलने वाला हूं  मैं जिंदगी का तरीका बदलने वाला हूं वो सोचता था कि पिंजरा बदलने वाला हूं  किसे ख़बर थी परिंदा बदलने वा...